पीएम बनवाएं कानून, दी भूख हड़ताल की धमकी, सीलिंग पर केजरीवाल ने कहा

नई दिल्ली। दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा अब काफी गरमा गया है। जहां इस समस्या का समाधान न होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भूख हड़ताल करने की धमकी दी, वहीं अब उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर इस मुद्दे पर कानून बनाने की गुहार लगाई है।बता दें कि एक ही दिन में करीब 350 दुकानें सील कर दी गईं, जिससे गुस्साए दुकानदार धरने पर बैठ गए थे। यह सबसे बड़ी सीलिंग थी जो गुरुवार (8 मार्च) को हुई। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने दुकानदारों से मिलकर भरोसा दिलाया था कि वह इस समस्या का समाधान ढूंढ निकालेंगे।
सीलिंग नहीं रुकी तो भूख हड़ताल 
चंद घंटे पहले सीएम ने इस समस्या के न सुलझने पर भूख हड़ताल करने की बात कही थी और अब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर इस मुद्दे पर कानून बनाने की गुहार लगाई है। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने दोनों नेताओं से मुलाकात का समय भी मांगा है।
3 महीने से चल रही है सीलिंग
गौरतलब है कि करीब 3 महीने से सीलिंग चल रही है, जिसकी वजह से व्यापारियों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। किसी को भी इस समस्या का समाधान नजर नहीं आ रहा है। सीलिंग की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए मास्टर प्लान में कुछ संशोधन किया भी गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था।
क्या है सीलिंग का समाधान?
कहा जा रहा है कि सीलिंग का समाधान सिर्फ ऑर्डिनेंस पास कर के ही पाया जा सकता है। मास्टर प्लान में संशोधन करने से इसका कोई हल नहीं निकलेगा।
13 मार्च से व्यापारियों का आंदोलन
सीलिंग से गुस्साए व्यापारियों और दुकानदारों ने फैसला किया है कि वे 13 मार्च को दिल्ली बंद करेंगे। अगर इस सीलिंग की समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया तो वे आंदोलन और तेज कर देंगे। गौरतलब है कि इस आंदोलन में 100 से भी ज्यादा संगठन शामिल होंगे।
सीलिंग मुद्दे पर आमने-सामने बीजेपी और आप
सीलिंग की समस्या 5 लाख से ज्यादा व्यावसायिक परिसरों के लिए परेशानी का सबब बन गई है, लेकिन इसके लिए न तो बीजेपी के पार्षद गंभीर हैं और न ही आम आदमी पार्टी के। आम आदमी पार्टी कहा कहना है कि बीजेपी के पास इस समस्या का समाधान है। वह अध्यादेश लाएगी तो सीलिंग मुद्दा सुलझेगा। हमेशा की तरह इस मामले में भी दोनों पार्टियों की तरफ से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हालांकि अब देखना यह होगा कि आप और बीजेपी मिलकर इस समस्या का समाधान कैसे और कितनी जल्दी निकालते हैं।

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